लिखना चाहा था मैंने, कुछ अनकहे जज्बातो को, कुछ उलझे सवालो को, मुकम्बल इश्क़ के इरादों को, लिखना चाहा था मैंने, समेटना चाहा था मैंने, तेरे चेहरे पे बिखरे हुए बालो को, उड़ते हुए तेरे बेपरवाह आँचल को, मुस्कुराते हुए चेहरे को खवाबों में, समेटना चाहा था मैंने, संग तेरा ही चाहा था मैंने, खुशियों और गम में साथ चलने को, तेरे पलको के साये में रहने को, हाथो में हाथ डाले आगे बढ़ने को, संग तेरा ही चाहा था मैंने, लिखना चाहा था मैंने, अधूरी मोहब्बत की कहानी लिखने को, #nojoto#love