खिड़की के बाहर जब जब देखा है, अपने ही साये को बढ़ते देखा है, मुकम्मल होगी, ना होगी क्या पता, दिखी उम्मीद की एक छोटी रेखा है। 🪴 • Like • Comment • Share • 🪴 आप सभी को 🫀आपकी सहेली🫀 का प्यार भरा "नमस्कार"🙏 🎀 एक नई तरह से Collab करते हैं जिसमें टीम आपको एक पिक्चर ( Photo ) देगी बाकी की line