खामोश चाहतों की महक उस तरफ भी है जो मेरे दिल में है वो कसक उस तरफ भी है हैं इस तरफ भी तेज़ बहुत दिल की धड़कनें बेताब चूड़ियों की खनक उस तरफ भी है सामन सब है अपने तड़पने के वास्ते है ज़ख्म-ए-दिल इधर तो नमक उस तरफ भी है #urdu_shairy#urdu_adab#bazm_e_sukhan#jakhmi_dil#dil_e_bismil#bazm_e_sukhanwaraan