हमारे चाहें विपरीत रहे कितने भी हालात हो.. धूप निकली हों जोर से या हो रही बरसात हो.. हो उम्मीद बस जीत की, हम लक्ष्य पर डटे रहे.. वीर नहीं हैं कभी हारते, इस बात पे ही अड़े रहे.. चल चले उस राह में,जिस राह मे हैं पूरी दम लगे.. ताकि आने वाले राही को, ये राह भी सुगम लगे.. हररोज़ एक सूरज निकले, जहाँ कहीं भी रात हों.. कर के शंखनाद विश्व मे, नव वर्ष की शुरुआत हों.. ©Satya Thakur #Happy_new_year_2021 #satyathakur #2021