जैसे किसी कक्ष में लगे प्रकाश सूत्र को बंद कर देने पर वहां अंधेरा हो जाता है पुणे यदि प्रकाश पुत्र को प्रदीप कर दिया जाए तो वह तीक्ष्ण ही अंधेरा विलुप्त हो जाता है अंधकार प्रकाश की अनुपस्थिति से ही अस्तित्व में आता है केवल तब तक ही एक निष्क्रिय अस्तित्व में विद्यमान रहता है जब तक कि प्रकाश प्रकट नहीं होता ©Ek villain #Morning अंधेरा जब तक है जब तक प्रकाश नहीं होता