मुझमें और भिखारी में एक समानता तो ज़रूर है और वो समानता है; "भीख माँगना" अपनी अपनी परिस्थितियों के अनुसार हमारा भीख माँगने का तरीका भले ही अलग़ अलग़ हो सकता है पर हमारा पेशा एक ही है, वो है; "भीख माँगना" भिखारी जो है अपने पेट के कारण अन्न रुपी भीख मांगता है, और मैं जो अपने सुकून कहो या स्वार्थ के कारण तुमसे वक़्त रुपी भीख माँगता हूँ । #ankit_srivastava_thoughts #yq_ankit_srivastava #midnightthoughts #भिखारी #प्रेम #वक़्त #yqhindi #hindipoetry