अभ्यास का महत्व अपने अपने क्षेत्र में जो भी व्यक्ति सफल हुए हैं उनकी सफलता में अभ्यास की महिता भूमिका रही है अभ्यास के द्वारा मूड से मोड व्यक्ति भी विद्वान बन सकता है निसंदेह किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में अभ्यास का महत्व पूर्ण योगदान होता है गुरु द्रोण ने एकलव्य को धनुर्विद्या देने से इनकार कर दिया था उसके उपरांत एकलव्य ने अपनी चोरी-छिपे देख कर स्वयं धनुष बाण चलाने का अभ्यास किया और धीरे-धीरे धनु विद्या में निपुण होता गया कॉलेज यह हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद एक मैच में गोल नहीं दाग पा रहे थे तो उन्होंने गोल पोस्ट की मां को पर कुछ संदेश हुआ जब उसे गोल पोस्ट की माप ली गई तो वह अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप नहीं था यह ध्यानचंद का स्वयं पर विश्वास ही था और यह विश्वास अभ्यास के द्वारा अर्जित हुआ था आज ही हम तो उसके पीछे भी अभ्यास की शक्ति ही नहीं थे एडिशन ने बार-बार असफल होने के बावजूद अभ्यास करना नहीं छोड़ा और 1 दिन उस वस्तु का आविष्कार कर दिया जिसने दुनिया को प्रकाश कर दिया अभ्यास की शक्ति को मानव ही नहीं आपूर्ति पशु-पक्षी भी महत्व देते हैं मधुमक्खी निरंतर परिश्रम और अभ्यास से फूलों का रस एकत्रित करती है अमृततुल्य शहद बनाती है इसी प्रकार नन्ही चींटी जब अपने खाने के लिए अनाधिकृत करती है तब एक प्रक्रिया में अनेक बार अनाज का टुकड़ा उसके मुंह में छूटता है किंतु वे निरंतर चलने का अभ्यास करती है और अनंत गंतव्य तक बाहर उठाएं चली जाती है इसी तरह पक्षी अपना घोंसला बनाने के लिए जगह जैसे तिनका तिनका एकत्रित करते हैं आते हैं परिश्रम और अभ्यास से घोसला बनाने में सफल हो जाते हैं वास्तव में अभ्यास की नदी में वह नाम है जो अपने आप को संवारने का परिवार सुरक्षित निकालकर गंतव्य तक पहुंचाना इसी संदेह नहीं है कि अभ्यासी आत्मा विकास का सर्वोत्तम साधन है ©Ek villain #Abishansari #findyourself