आज जशन_ए_बहार आई मेरी गलियों में गुलसन सी शाम सजाई मेरी गलियों में दीवाने ख़ास भी लगी थी मेरी गलियों में प्रेम कि वो डोर भी बँधी थी मेरी गलियों में सब लोग एक अलग ही अंदाज में मग्न थे पर जिसके लिए जशन_ए_बहार थी वो ही न आई मेरी गलियों में ©Satwik mishra #प्रेम #गली प्रेम कि #वो चमक #अपनों कि याद #मिलाप #दोस्तों_के_लिए #all nojoto friends ❤️ #walkingalone Riⷭyⷴaͩ Raⷴjⷴpͮuͦtⷡ