उसे काजल पसंद है , मुझे उसको निहारना उसे रूठना पसंद है , मुझे उसको मनाना। उसे गीत पसंद है🌡️, मुझे उसको गुनगुनाना। उसे बारिश पसंद है , मुझे उसको भिगाना। वो मुझे मिले न मिले ये तो मर्जी है उसकी उसे खुशियां पसंद है , मुझे उसको संवारना। ~Shaukiya Shayar Vivek ©shaukiyashayar8087 #shaukiyashayri