चाय गर्म है बेटा , कह कर गिलास को ऊपर से पकड़ने को कहती है माँ और खुद उस गर्म चाय वाले गिलास को बड़े आराम से पकडे रहती है माँ "खुद दुःख सहन कर अपनी संतान का भला सोचती है माँ " संतान की सफलता से खुश हो जाती है माँ सारे दुःख वो अपनी संतान की एक मुस्कुराहट से भूल जाती है माँ #nojoto