मुसलसल तेरे तगाफुल रवैये से तंग आकर साेचती हू तेरी चाहत के जिन्दान से आजाद हाेना। रफ्ता-रफ्ता बढ़ती हूं अपने मकसद की तरफ तुम हल्की मुस्कुराहट के साथ हवा मे उछालते हाे शरारती बाेसा और फिर से मुझे मुरीद बना लेते हाे अपना़.... नफ़्स को मैं मुसलसल टटोलता रहता हूं अपनी हयात पर अब मुझे भरोसा नहीं !! ✒ Aamir Shaikh कोलाब करें इस "मुसलसल" लफ्ज़ से जिसका अर्थ होता है "लगातार" continuous !! और इस लफ्ज़ से अपना ख़्याल पेश करें !! फॉलो करें हमारी प्रोफाइल को Urdu_Hindi Poetry