मुझे उजालों की जरूरत नहीं मुझे अंधेरों में रहने दो मुझे महफिल की जरूरत नहीं है मुझे तन्हाई में रहने दो मुझे खुशियां रास नहीं आती मुझे अपने दुखों में रहने दो मुझे जीने की दुआ ना दो यारो मुझे खाक में मिल जाने दो ©Subhash zakhmi #दर्द#महफील#दुआ#skzakhmi #Hopeless