हर गरीब को हर रोज ही अंगारों पर लिखना पड़ता है, कभी एक रोटी खकर तो कभी भूखे पेट सोना पड़ता है। हर रोज खुदा से फरियाद करते हैं गरीबी मिटाने की, मिटती नहीं गरीबी गरीबी में ही जीवन बिताना पड़ता है। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_289 👉 अंगारों पर लेटना मुहावरे का अर्थ ---- दु:ख सहना ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।