Nojoto: Largest Storytelling Platform

इस साल कि होली में कुछ अलग लग रहा है, बचपन का वो ख

इस साल कि होली में
कुछ अलग लग रहा है,
बचपन का वो खेल 
फिर से याद आ रहा है।
गालों पे रंग गुलाल थे
पापा संग बहन और भाई,
माँ के प्यारे हाथों कि
वो मीठी दुध मलाई।
होली में वो हुडदंग
सुबह से शाम तक करना,
राह चलते लोगों पर
पिचकारीयों से रंग मारना।
दोस्तों पे रंग डालकर
करते थे झगडे़ लडाई,
उस छोटेसे पल के बाद 
बन जाते थे सब भाई।
रंगो में रंग कर
वो दिनभर नहाना,
बिमार होने के बाद
माँ बाप का डाँट खाना।
दिन खत्म होते ही
सब कुछ भूल जाना,
उन्हीं कि प्यारी झप्पीयों से
फिर से मुस्कुराना।
आज फिर से सारे रंगो का
हमें मेला है दिख रहा,
जाने क्यों बचपन का वो खेल
फिर से याद आ रहा।  #बचपन का वो खेल फिर से याद आ रहा।#yqhappyrangpanchmi #yqhappyholi #yqbaba  #yqbaba #yqtales #yqdada #yqdidi
इस साल कि होली में
कुछ अलग लग रहा है,
बचपन का वो खेल 
फिर से याद आ रहा है।
गालों पे रंग गुलाल थे
पापा संग बहन और भाई,
माँ के प्यारे हाथों कि
वो मीठी दुध मलाई।
होली में वो हुडदंग
सुबह से शाम तक करना,
राह चलते लोगों पर
पिचकारीयों से रंग मारना।
दोस्तों पे रंग डालकर
करते थे झगडे़ लडाई,
उस छोटेसे पल के बाद 
बन जाते थे सब भाई।
रंगो में रंग कर
वो दिनभर नहाना,
बिमार होने के बाद
माँ बाप का डाँट खाना।
दिन खत्म होते ही
सब कुछ भूल जाना,
उन्हीं कि प्यारी झप्पीयों से
फिर से मुस्कुराना।
आज फिर से सारे रंगो का
हमें मेला है दिख रहा,
जाने क्यों बचपन का वो खेल
फिर से याद आ रहा।  #बचपन का वो खेल फिर से याद आ रहा।#yqhappyrangpanchmi #yqhappyholi #yqbaba  #yqbaba #yqtales #yqdada #yqdidi