माँ की ममता बाप कि छाया का ना करो अपमान ये ही है सबके गुरु और भगवान खुद भुखे रहते पहला निवाला मुझको देते इन सा नही कोई महान! माँ की ममता बाप कि छाया का ना करो अपमान कितनी तपस्या कितनी मन्नत करी माँ वो भी सिर्फ़ मुझे पाने को! हर पल चिंता करती वो कि मेरे लाल को कुछ न हो माँ की ममता बाप कि छाया का ना करो अपमान इनसे बेहतर चिंतक हुआ नही ये है तो सारी जन्नत है यही.. इनसे बेहतर चिंतक हुआ नही......... माँ की ममता.....