धोखे कुछ दोस्त मेरे धोखे के दर्द संग रात को भूतों से निकलते है कुछ आंसुओ संग तो कुछ जिंदा लाश बने टहलते है कुछ गम भुलाने बोतलों को सहारे बनाते है तो कुछ लोग फिर से धोखे खाने मचलते है। #sadlove #december#day 18