गहरी कितनी आग लगी है । बुझ ना पाती कुछ इतनी बड़ी हैं ।। रिश्ते की डोर थी नाजुक । कुछ गलत फेमियो से कमजोर पड़ी है ।। #रिश्ते_की_डोर #नाजुक_रिश्ते