ugc के नए गाइड लाइन पे विपक्ष ने यह कह कर विरोध कर रहा है कि कॉलेज बंद होने से बच्चे पढ़ नही पाए, UGC कंफ्यूज हो गया कि कोरोना के पहले क्या कॉलेज में पढ़ाई होती थी? central gov सोच रही कि क्या कॉलेज चलना भी सरकार का ही काम है पी एम मोदी सोच रहे है कि पिछले 6 साल में कॉलेज नही बेच पाए क्या? लेकिन शशि थरूर बिल्कुल क्लियर है अपनी इंग्लिश की प्रैक्टिस होनी चाहिए, एजुकेशन सिस्टम पहले कौन सा जस्ट थी। और स्टूडेंट 2 भाग में बाटे है एक सोच रहा है कि एक बार एग्जाम की फॉर्मेलिटी नही निभाओगे तो क्या होगा दूसरा भाग सोच रहा है कि पहले भी 10 क्वेश्चन तैयार करते थे आज भी 10 ही करना है, एग्जाम लो न लो तुम्हारी मर्जी। #HamBolenge