याद है मुझे कहती थी नानी जीवन कैसा भी हो विपदा की कहानी भीषण गरमी या रात तुफानी कभी मत छोड़ो आशा की वाणी चाहे समुंदर कितना भी हो खाड़ा मन के मटके में रखो प्यास का पानी। #प्यास का पानी