उस दर से जब तू निकली सूना हुआ दरीचा किसका मैं उस गली में करने दीदार जाऊं जाता था हर एक रस्ता पहले तेरी गली से ऐ काश उस गली का रस्ता में भूल जाऊं #humararishta #yqbhaijan #yqbaba #yqdidi #aestheticthoughts #poetry #yqaestheticthoughts