पराक्रम अपना तौलेंगे जब युवा हो या बुढ़ी आशा । संसद भी तब बोल उठेगी अन्तरमन की परिभाषा ।। बिगुल बजा अब पार्थ उठो तुम खुद की रणकौशल पहचानो । युगों युगों तक गाऐगी इतिहास तुम्हारी परिभाषा ।। -- रवि शंकर कुमार #आह्वान #युवा #love #poetry #quotes #kavishala #Nojoto #time #nojotokhabri