**°~" " गुरु के बिना शिक्षा कहां है " "**°~ जब हम पैदा हुए तो मां ने सांचे में ढाला पापा ने चलना सिखाया जब चलना सीख गए तो हमें गुरु के पास भेजा। हम सब आपके पास आए मिट्टी के घड़े के समान थे। वह हमें उठना बैठना पढ़ना लिखना सिखाएं। आप हमें आकार बनाया एक सांचे में ढाला सांचा में ढलते ढलते कितना साला किसी काबिल बना दिया आपने सबसे पहले गुरु हमारे मां-बाप होते हैं फिर हमें स्कूल में भेजा। फिर वही हमें किसी काबिल बनाते हैं। वह अपने संस्कार हमारे अंदर डालते हैं सच की राह पर चलना। हमें कितना भी कामयाबी हासिल कर लेना। पर घमंड खुद पर कभी मत करना गरीबी और अमीरी में कभी अंतर मत करना हमेशा सभी सब की सहायता करना। सच कहूं तो ऐसे गुरु के बिना शिक्षा कहां। गुरु ने हमें सिखाया हमेशा बड़ों की आदर करना। प्यासे को पानी पिलाना छोटे से प्यार से बातें करना। गुरु तुम ही तो भगवान हो तभी तो समझ में आया हमें जब इस दुनिया में मैं आई मां बाप ने नाम दिया अपना संस्कार दिया। तुमने तो कराया अच्छी भले की पहचान बताइए। गुरु करो हमेशा आदर तभी हमेशा खुश रहोगे। उनके पांव में जन्नत है। गुरु के बिना शिक्षा कहां जब हम धरती पर जन्म लेते हैं तब हमें सबसे पहले मां बाप के रूप में गुरु मिलते हैं फिर ईश्वर के रूप में गुरु मिलते है उन सभी गुरु को मेरा शत् शत् नमन है कलम के लफ़्ज़ Neha Gupta #गुरुपूर्णिमा #गुरु ""**°~ गुरु के बिना शिक्षा कहां है ""**°~ **"" कलम के लफ़्ज़ ""**