कीसी की शादी, कीसी का जन्म दिन, कितने मौके अधुरे रह गये , हँसते खेलते चेहरे थे यह कल तक आज ये नम हो गये । अपने ही कर्मो का भुगतान है जो दुनिया भुगत रही है अपने देश को सुपर पावर कहने वालो के खत्म भ्रम हो गये , कभी परिंदे केद किया करते थे पिन्जरो मे आज हम हो गये , वक्त की तहजीब के आगे कुछ इन्सान कम हो गये ये वक्त है साहब वक्त के आगे बड़े से बड़े नम हो गये, जब तक साथ रहे लोग तेरा मेरा करते थे , यही खासियत है अपनी आज सारे तुम में से हम हो गये , हम हिन्दुस्तानी है हमे दर्द तो जानवरो का भी गवारा नही, क्या करेंगे अगर रिस्ते ईस महामारी में भस्म हो गये, कभी परिंदे कैद किया करते थे पिन्जरो मे आज हम हो गये , वक्त की तहजीब के आगे कुछ इन्सान कम हो गये, ये वक्त है साहब इसके आगे बड़े बड़े खत्म भ्रम हो गये अशोक कुमार :- the king