#विश्वहिंदीदिवस मां भारती के माथ पर बिंदी सुशोभित है है प्राणवान आज भी जिंदी सुशोभित है अर्श में है जिस मानिंद सुशोभित चंद्रमा उसी तरह पूरे विश्व में हिंदी सुशोभित है ©Narendra Sonkar #विश्व_हिंदी_दिवस