✌️✍️🌹 जरुरत का सामान 🌹✍️✌️ चेहरे पे कोई अफसोस का निशान नहीं है वो शख्स जरा सा भी परेशान नहीं है चोट पे चोट,दर्द सहने की रवि की आदत है दरअसल वो जमीं है आसमान नहीं है। लोग उसे बड़ी करुणा,घृणा से देखते हैं वो टूटा है हारा है मगर बेइमान नहीं है सब उम्मीद रखते हैं वो रोये गिड़गिड़ाये वो कहता अश्क जरूरत का सामान नहीं है। एक भूल हो गई है रवि भी इश्क कर बैठा जबकि उसके तरकश में कोई कमान नहीं है दुनियांवालों कभी तो अपना भी घर देखो वो भी इंसान ही है कोई भगवान नहीं है। 🍁🌹🍁🌹 ©Ravi Gupta RT जरूरत का सामान #walkingalone