जाने क्यूँ आज उन्हें हमारी, अंदाज़-ए-ख़ाकसारी भा गई। जो कहती थी न मिलेगी हमसे कभी, आज खुद ही चल के मेरे पास आ गई। जाने क्यूँ उन्हें आज हमारी, अंदाज़-ए-ख़ाकसारी भा गई। जो कहती थी न मिलेगी हमसे कभी, आज खुद ही चल के हमारे पास आ गई। #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #ख़ाकसारी (विनम्रता/Humbleness) #yqlove #मेरी_ख्वाहिश #अंदाज़ #yqdidi #lovequotes