किस सांचे में ढालते है? प्रभु आप! माता पिता को अंदर ही अंदर टूट जाने के बाद भी दर्द बयां नहीं करते हैं रोने की आवाज भी ऐसी गटक जाते हैं जैसे समंदर अपने अंदर तूफान को समेटे रखता हैं ©Anurag Vishwakarma #माता #पिता के प्यार में #भगवान #श्री #कृष्ण भी #नतमस्तक हो जाते हैं #जय_श्री_कृष्णा #राधे #राधे #MothersDay2021