बहुत दिन के बाद वो रुहानी आईं है। हमें भी याद महोबत की हो कहानी आईं है।। 🌹🌹🏵️🌻🏵️🌹🌹 कवि " हेम राज " 8626884044 कवि " हेम राज " द्वारा रचित रचना।