दिदार अगर तेरा हो जाए तो रूह निकल कर मेरी अगर खो जाए तो ढुंढना भी फिर नामूँकिन हो जाएगा। तू ही तू तू ही तू बस तू ही है सनम ये सारा जमाना किधर जयगा ©Suraj Mathur #Khali khali pannya vargi jindgi #Books