कुछ तो ज़रा तरस कर जीवन बंजर जिसका पहले ही कुछ तो तू भी शर्म कर कर रही प्रहार नित नवीन उस पर आँख तो अपनी चौड़ी कर क्या बिगाड़ा उसने तेरा कुछ तो बही खाता खोला कर जो ख़ुद निराश जीवन से कुछ तो उसका दर्द कम कर प्रकृति कुछ तो रहम कर! 🌹 बिहार और उत्तरप्रदेश में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हताहत लोगों के प्रति सांत्वना प्रकट करते हैं हम। खेतिहर-मज़दूरों को हर तरफ़ से मार झेलनी पड़ती है। एक तरफ़ व्यवस्था तो दूसरी तरफ़ मौसम। ऐसे में अपनी आजीविका चलाने के लिए वो क्या करें। सवाल भी किस से करें। #आकाशीयबिजली #खेतिहर #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi