Virtual इस दुनिया में, तरह तरह के लोग, कुछ के चेहरे साफ झलकते, बाकी करते ढोंग। तस्वीर भेज कर पकवानों की, कहते है कि लो खा लो कमाल है, रोटी भी कभी वर्चुअल होती है क्या..... Virtual इस दुनिया में, तरह तरह के लोग। कुछ के चेहरे साफ झलकते, बाकी करते ढोंग। तस्वीर भेज कर पकवानों की, कहते है कि लो खा लो कमाल है, रोटी भी कभी वर्चुअल होती है क्या..... मजदूरों का नाम लेकर पोस्ट अपडेट जो करते हैं, उनकी बेहाल हालत पर,मायूसी अपनी दिखलाते हैं।