आज यहां तो कल वहां यह तो जी नवरंग है अगर हम से मिल न पाए तुम से तो यह तो जिवन का दस्तूर है फासले होते है दुनिया में उन लोगों के बिच जो एक दूसरे के लिए बने होते हैं ए काश हमें मिल जाए वो एक पल जिस में हम एक दुसरे से हाल ए दिल बयां कर सके।हम कल थे,आज हैं,हमेशा रहेंगे एक दूसरे के लिए एक दूसरे के आरज़ू बन कर।चूकि जैसे सुबह बनीं है सूरज से,शाम बनीं छांव से,रात बनीं है चांद से इसी तरह से हमारा तुम्हारा प्यार बना है एक दूसरे की रोशनी से व एक दूसरे की चांदनी से।जिस प्यार से व जिस प्यार की रोशनी से संसार भर का भ्रम,लोभ,और मोह हमारे प्यार प्यार की रोशनी में नहा कर व इस के आवेग में हमेशा हमेशा के लिए दूर हो जाता है;व ईस की चांदनी में सरोबार हो कर लोगों की आपसी कुंठा समाप्त हो जाती है और लोगों के आपसी संबंध प्रेम संबंधों में तब्दील हो जातें हैं।चाहे लाख तुफान आएं आंधी आएं जिस प्रकार एक महान नाविक ईस सिथती की चिंता न करते हुए निरंतर अपने जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए अग्रसर रहकर अपने उदेश्य की सत प्रतिशत सफलता हासिल करता है।ईस ही प्रकार प्रेम संबंधों में रहने वाले बहुजनो को ईन समाज में उतपन्न इन आंधी तुफान को झेल कर निरंतर अग्रसर रहकर समाज के सामने आद॔श बन कर तत्पर रहना चाहिए। सचाई भरा प्रेम