Nojoto: Largest Storytelling Platform

आजकल गिरगिट से ज्यादा इंसाँ रंग बदलता है मोम से चे

आजकल गिरगिट से ज्यादा इंसाँ रंग बदलता है
मोम से चेहरे पर पत्थर सा दिल पलता है

विविध बाधाएं तोड देती है ख्वाबो  का आशियाना
उम्मीदों का हारा कछुआ से धीरे चलता है

ना-जाने किस बात का गुमान करता है शख्स 
सूरज निकलता जरूर है मगर वो भी ढलता है

पडोसी कितना भी अच्छा क्यों ना हो जाए 
मगर कही ना कही हमारी खुशिओं से जलता है


ईश्वर अनुराग तेरा सच्चा है तो बता 
क़्यो अकेले राहों मे चलने से डरता है।। #Realquotes#December#emotions#Trendingsher#Shayari
आजकल गिरगिट से ज्यादा इंसाँ रंग बदलता है
मोम से चेहरे पर पत्थर सा दिल पलता है

विविध बाधाएं तोड देती है ख्वाबो  का आशियाना
उम्मीदों का हारा कछुआ से धीरे चलता है

ना-जाने किस बात का गुमान करता है शख्स 
सूरज निकलता जरूर है मगर वो भी ढलता है

पडोसी कितना भी अच्छा क्यों ना हो जाए 
मगर कही ना कही हमारी खुशिओं से जलता है


ईश्वर अनुराग तेरा सच्चा है तो बता 
क़्यो अकेले राहों मे चलने से डरता है।। #Realquotes#December#emotions#Trendingsher#Shayari