हटाओ हाथ आंखों से ये तुम हो जानता हूं मैं तुम्हें ख़ुशबू नहीं आहट से भी पहचानता हूं मैं भटकता फ़िर रहा था गम लिपटकर मुझसे ये बोला कहां जाऊं तुझी को शहर भर में जानता हूं मैं ***** #तुम_हो #StarsthroughTree