मै सुनने नहीं, सुनाने आया हूं। अंकित मेरा नाम हैं, मै किसी और की नहीं , अपनी कहने आया हूं।। मैं क्या बनने आया था, और क्या बनने जा रहा हूं। देख ज़िन्दगी, तू भी खुश होगी एक दिन, मै कुछ यूं तुझे जिये जा रहा हूं।। ..अंकित.. #अंकित