कैसी लत लगी है, तेरे प्यार की मेरे दिलबर। मैं खुद भूल गया हूँ, थोड़ी तो मेरी फ़िकर कर। तू सोच नहीं सकती है, मैं उतना तुझे चाहता हूँ। यकीं न हो गर तुझको, देख ले दिल में उतरकर। 'साहिल' के दिल में अब, तेरी ही तस्वीर लगी है। एहसास तुझे भी होगा, मैं जानता हूँ ये दिलबर। 🌀A challenge by Collab Zone🌟 ✔️समय - 1 june शाम 5 बजे तक ✔️ 4-6 पंक्तीयो में ही रचना लिखनी है । ✔️Collab करने के बाद कमेंट में done लिखना है । वरना हमारी नजरों से आपकी रचना छूट सकती हैं ।