पांच कटु सत्य अपना दर्द सबको न बताएं साहब, मरहम एक आधे घर में होता है, नमक घर घर में होता है !! कुछ नहीं मिलता, दुनिया मे मेहनत के बगैर, मेरा अपना साया भी मुझे धूप मे आने के बाद मिला ...!!! । आईना कब किसको, सच बता पाया है, जब देखा दायाँ तो, बायाँ ही नजर आया है !! ये ना पूछना ज़िन्दगी ख़ुशी कब देती है, क्योकि शिकायते तो उन्हें भी है जिन्हें ज़िन्दगी सब देती है !! | वहम था कि सारा बाग अपना है, तूफां के बाद पता चला, सूखे पत्तों पर भी हक हवाओं का था.... ॥ ©KhaultiSyahi #truths of #life #khaultisyahi #Nature #Ma #true #love