गुलामी की कैद से कई बरस पूर्व आज ही आजाद हुए थे, नासमझ थे फिर भी आजादी को महसूस कर रहे थे, बहाया खून जिसने आजादी में आज भी राह ताक रहे हैं, अंग्रेजो से तो हो गए आजाद पर आज भी कई जंजीरों में कैद हो रहे हैं, सुबह हुई गुलामी में तो आजादी में शाम गुजारी थी, पर आज भी कई जिंदगी ने गुलामी में रात गुजारी है, तोड़ कर नापाक ख्वाबों को देश की बागडोर संभाली थी, करके आगाज़ नए जोश का भारत ने प्रभूसत्ता अपनी पाई थी, आज़ादी के जिस जश्न को धूम धाम से सब मना रहे हैं, उस जश्न खातिर कितनों ने अपने दिन अंधेरों में गुजारे है, पूरा हो गया वो ख्वाब जो हर आंख ने देखा था, जो रहा गुलाम अंग्रेजो का वो अब हिन्दुस्तान हो गया था, इस मातृ ए वतन की खातिर हम दुश्मन क्या खुदा से लड़ने को तैयार रहते हैं, तभी तो जग में हमें शान से हिन्दुस्तानी शेर कहते हैं sunshine #aazadi_ki_khatir #aazadi #AazaadMann #swatantra #India #Meradesh #maatrabhumi #vatan