चलो आज सैर पर जाते हैं... दौड़ कर दूर पतंगों के मांझे खिंच कर आते हैं कभी उछलते कभी फिसलते कभी यूं ही मैदानों में शामें गुज़ार कर आते हैं सुनते हैं कुछ देर बैठ कर किस्से उनके भी ज़माने के तो कभी उन बुजुर्गों को यार बनाते हैं चलो ना इन चमकती दुनिया से दूर चलो आज सैर पर जाते हैं ।। बहुत धूल जमी है उस पुरानी के फोटो पर...चलो उसे देख यूं ही खिलखिलाते हैं, थोड़े झुक गए हैं वो कंधे उन्हें इन कंधों से मिलाते हैं, कभी स्वाद था उन हाथों में...उसे कुछ अपने हाथ से चखाते हैं, सुना है कहीं पुराना संसार है अभी भी चलो ना आज वो खुशियां देख कर आते हैं चलो आज सैर पर जाते हैं।। _एक_ख़्याल_( दुर्गेश ) #nojotogwalior #sair #love #hindi