मजबूरी और दुख में बहुत बड़ा अंतर होता है साहब मजबूरी को एक दिन सारे बंधन तोड़ के दूर किया जा सकता है... लेकिन दुख तो इंसान को तोड़कर भी दूर नहीं हो सकता... फिर चाहे उस दुख में इंसान की सारी जिंदगी ही क्यों ना गुजर जाए... ©Jyoti Jangra Mandavriya #Pain #helplessness