कल देखा था इन आँखो ने एक सपना, ख्वाबों की नगरी में हो एक घर अपना, गर रूठ जाए जो हम,फिर मुझे मनाना, घनघोर घटा बन मुझ पर बरस जाना, चाहत में तेरी मुझें हैं सिमट जाना, छत्रछाया तेरी मुझें हैं बन जाना, जान मुझें तुझ पर हैं लुटाना, झांक तेरे दिल मे गहराई में उतर जाना, #rzकाव्योगिता #rzकाव्योगिता1 #rzhindi #yqrestzone #dil#लव#love