ना हो आकर्षण लोभ न हो, कोई पीड़ा,द्वंद, क्षोभ ना हो, निज शांत स्वरूप ही सत्य मेरा, मुझे मैं रहने की छूट तो हो, न कोई विवाद,न तुलना हो, बस प्रेम का झूला झूलना हो, बेशक हस्ती मेरी गौण ही हो, मुझे मैं रहने की छूट तो हो कोई मिले मुझे तो स्वागत है, कुछ खो जाए तो भाग्य मेरा, अप्राप्ति का कोई शोक न हो, मुझे मैं रहने की छूट तो हो, ये स्तुति निंदा सब सिर माथे, बस सत्य सदा ही साथ रहे संतुष्टि हर पल मौन में हो, मुझे मैं रहने की छूट तो हो, #yqdidi #हिंदी_साहित्य #स्वयंसेसंवादआवश्यक #स्वयं_की_खोज #शांतिसंदेश