White अपने से भी ज्यादा जिसपे, करके प्रतीति मरते रहे | सब बदलेंगे,न बदलेगी, पीट के छाती कहते रहे || रंग वो ऐसा बदल के भागी, दिन में तारे आए नज़र | कुछ न सके कर उस छलिए का, मन ही मन बस जलते रहे || ©कवि प्रभात #Sad_Status कविता कोश कुमार विश्वास की कविता