रिश्तों से तो बेहतर ही है अकेला पन, इसमें दिल टूट जाने का न ही दर्द होता है और न ही किसी के छोड़ जाने का डर इसमे किसी के साथ होने या न होने का फर्क नही होता, इसमे केवल मैं और मेरी खामोशी होती है जो घण्टो बैठ बाते करते है रिश्तों से तो बेहतर ही है अकेलापन इसमे झूठ जैसी कोई सुई नही होती, और न ही गलटफेमि जैसी कोई बिमारी, इन झूठे रिश्तों को निभाने से मुकम्बल मैं अकेली ही खुश हूं #NojotoQuote रिश्तों से तो बेहतर ही है अकेलापन।।।