कभी घर मेरा मुक़्क़मल न बन सका , दीवारों को मना लूँ तो छतें रूठ जाती है। - राणा © घर कभी #घर मेरा #मुक़्क़मल न बन सका , #दीवारों को #मना लूँ तो #छतें #रूठ जाती है। - राणा © #Nojoto #Hindi #Nojotohindi #Hindinojoto