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#प्रभाव.... प्रभाव ये बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि

#प्रभाव....

प्रभाव ये बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपका प्रभाव किसपे कैसा पड़ा है, ये बहुत मायने रखता है,
सामने वाला इसी से आपके स्वभाव का, व्यक्तित्व की पहली स्मृति बनाता है, 
कि सामने वाला कैसा है कैसा नहीं....
पर एक सच ये भी है कि अगर किसी से पहली बार में प्रभावित होना 
उसके चरित्र उसके स्वभाव को जानने में जल्दबाजी होगी,
क्योंकि कभी कोई सच्चा इंसान आपको पहली बार में प्रभावित करने की कोशिश नहीं करता है,
 किसी इंसान के लिए आपका वो पहला प्रभाव का भाव 
अगर उससे 4-5 बार मिलने के बाद भी वैसा ही है तब तो आप उस प्रभाव पर विचार कर,
उस इंसान को समझने में कामयाब हो,
यधपी किसी इंसान से मिल कर जो पहला प्रभाव था पर बाद में वो प्रभाव कम हो गया, 
तो उस व्यक्ति से अलग होने में ही समझदारी है, क्योंकि ऐसा यक्ति आपको जल्दी ही धोखा देगा, 
उसने पहला प्रभाव अच्छा इस लिए ही किया कि आगे आप उसके उस प्रभाव के कारण प्रभावित रहें,
 और वो अपने हथकंडे अपना कर आपको नुकसान पहुंचा पाए धोका दे सके।।
हां हम सब ये गलती करते है कुछ लोग भावुकता में जुड़े होने के कारण,
 तो कुछ लोग उसकी चमक धमक के प्रभाव के कारण ऐसी गलती करके धोखा खा जाते हैं, 
पर इसका मतलब ये नहीं की इंसान की परख नहीं है बस कभी कभी परिस्थिति अलग हो जाती है, 
पर हां वही गलती आपका दुबारा करना परिस्थिति की नहीं आपकी गलती होती है।।
अच्छा इंसान बनावटी नहीं होता है वो अपनी हर मुलाकात में प्रभाव अच्छा और अधिक ज्यादा डालता है, और वहीं एक दिखावटी इंसान का प्रभाव पहले दिन ही अच्छा होता है
 फिर धीरे धीरे वो अपने असली रंग दिखाने लगता है।।
इसलिए कभी किसी की पहली मुलाकात से उसे सही गलत मत कहिए 
उसका आंकलन आप उसकी आगे की मुलाकात, प्रभाव, स्वभाव से करिए।।
आज की दुनिया में लोग बहुत जल्दी ही अपने फायदे नुकसान के हिसाब से आंकलन कर लेते है 
तो कहीं कुछ होते है अधिक भावुक या यूं कह सकते है आज की दुनिया के हिसाब से मूर्ख जो धन, 
या किसी फायदे से ज्यादा रिश्तों को अहमियत देके विश्वास करते हैं 
और पहली मुलाकात के प्रभाव को ही सच मान लेते है, 
उस मिठास के पीछे की वास्तविकता पर उनका ध्यान नहीं जाता है 
और वो खुद को एक मुसीबत में डाल लेते है।।।

इसलिए हमेशा भावुक होके किसी के प्रभाव में बातों में नहीं आना चाहिए, 
बल्कि उसके आगे के व्यवहार स्वभाव को देख लेना चाहिए, 
जिससे आपको आगे जाके कोई कष्ट न उठाना पड़े और आप एक अच्छी संगत में रह पाए, 
और उसके प्रभाव से उसकी अच्छी बातों को अपने जीवन में ग्रहण कर पाएं,... 🥰

#सादर_प्रणाम 🙏

#मन_में_एकाएक 🙏

#शिव

©Shivendra Gupta #MereKhayaal
#प्रभाव....

प्रभाव ये बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपका प्रभाव किसपे कैसा पड़ा है, ये बहुत मायने रखता है,
सामने वाला इसी से आपके स्वभाव का, व्यक्तित्व की पहली स्मृति बनाता है, 
कि सामने वाला कैसा है कैसा नहीं....
पर एक सच ये भी है कि अगर किसी से पहली बार में प्रभावित होना 
उसके चरित्र उसके स्वभाव को जानने में जल्दबाजी होगी,
क्योंकि कभी कोई सच्चा इंसान आपको पहली बार में प्रभावित करने की कोशिश नहीं करता है,
 किसी इंसान के लिए आपका वो पहला प्रभाव का भाव 
अगर उससे 4-5 बार मिलने के बाद भी वैसा ही है तब तो आप उस प्रभाव पर विचार कर,
उस इंसान को समझने में कामयाब हो,
यधपी किसी इंसान से मिल कर जो पहला प्रभाव था पर बाद में वो प्रभाव कम हो गया, 
तो उस व्यक्ति से अलग होने में ही समझदारी है, क्योंकि ऐसा यक्ति आपको जल्दी ही धोखा देगा, 
उसने पहला प्रभाव अच्छा इस लिए ही किया कि आगे आप उसके उस प्रभाव के कारण प्रभावित रहें,
 और वो अपने हथकंडे अपना कर आपको नुकसान पहुंचा पाए धोका दे सके।।
हां हम सब ये गलती करते है कुछ लोग भावुकता में जुड़े होने के कारण,
 तो कुछ लोग उसकी चमक धमक के प्रभाव के कारण ऐसी गलती करके धोखा खा जाते हैं, 
पर इसका मतलब ये नहीं की इंसान की परख नहीं है बस कभी कभी परिस्थिति अलग हो जाती है, 
पर हां वही गलती आपका दुबारा करना परिस्थिति की नहीं आपकी गलती होती है।।
अच्छा इंसान बनावटी नहीं होता है वो अपनी हर मुलाकात में प्रभाव अच्छा और अधिक ज्यादा डालता है, और वहीं एक दिखावटी इंसान का प्रभाव पहले दिन ही अच्छा होता है
 फिर धीरे धीरे वो अपने असली रंग दिखाने लगता है।।
इसलिए कभी किसी की पहली मुलाकात से उसे सही गलत मत कहिए 
उसका आंकलन आप उसकी आगे की मुलाकात, प्रभाव, स्वभाव से करिए।।
आज की दुनिया में लोग बहुत जल्दी ही अपने फायदे नुकसान के हिसाब से आंकलन कर लेते है 
तो कहीं कुछ होते है अधिक भावुक या यूं कह सकते है आज की दुनिया के हिसाब से मूर्ख जो धन, 
या किसी फायदे से ज्यादा रिश्तों को अहमियत देके विश्वास करते हैं 
और पहली मुलाकात के प्रभाव को ही सच मान लेते है, 
उस मिठास के पीछे की वास्तविकता पर उनका ध्यान नहीं जाता है 
और वो खुद को एक मुसीबत में डाल लेते है।।।

इसलिए हमेशा भावुक होके किसी के प्रभाव में बातों में नहीं आना चाहिए, 
बल्कि उसके आगे के व्यवहार स्वभाव को देख लेना चाहिए, 
जिससे आपको आगे जाके कोई कष्ट न उठाना पड़े और आप एक अच्छी संगत में रह पाए, 
और उसके प्रभाव से उसकी अच्छी बातों को अपने जीवन में ग्रहण कर पाएं,... 🥰

#सादर_प्रणाम 🙏

#मन_में_एकाएक 🙏

#शिव

©Shivendra Gupta #MereKhayaal