महात्मा हंसराज जी ©Aarchi Advani Saini 1. आज यह बहस का विषय है कि लड़कियों को शिक्षा का समान अवसर न देकर उनके साथ अन्याय किया जाता है। 19 अप्रैल 1864 में पंजाब के होशियारपुर जिले के बजवारा के एक साहूकार के घर पैदा हुए हंस राज ने बहुत पहले बालिका शिक्षा के अग्रदूत होने का गौरव प्राप्त किया था। उस समय कोई सोच भी नहीं सकता था कि यह कमजोर दिखने वाला लड़का अपने परिवार के पैसे उधार देने का व्यवसाय नहीं करेगा बल्कि एक उच्च कोटि का प्रतिष्ठित शिक्षाविद बनेगा। वह चाहते तो बहुत बड़ी दौलत जमा कर सकते थे लेकिन उन्होंने शिक्षा के प्रसार के नेक र