अब खामोश मत रहो तुम। तेरी खामोशी अब मुझे चूभने लगी है। सपनो में भी तेरी खामोशी मुझे डराने लगी। मा मत नाराज हो मुझे से इस क़दर तू। तेरी खामोशी अब मेरी धड़कन बढ़ाने लगी हैं। तेरी खामोशी अब मुझे से , मेरी ज़िन्दगी की हसी छीनने लगी है। मा अब नाराज मत रहो मुझसे । अब तेरी डांट भी मुझे प्यारी लगने लगी है। बस अब ये तेरी खामोशी ही मुझे डराने लगी है। सुप्रभात। किसी शायर ने कहा है - ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी है। इसलिए बात करें। बात करने से बात बनती है। #ख़ामोशमतरहो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi aksar HM apni maa ko khe dete h ki bs ab tum chup raho maa तुम्हे नहीं पता in SB k bare Mai bs usi k uper Kuch lhikne ki kosis ki hu