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दो मेरे सवाल का जबाव न करूं तुमसे बात, चुभने लगते

दो मेरे सवाल का जबाव
न करूं तुमसे बात,
चुभने लगते है ये दिन और रात ।
कुछ भी अच्छा नही लगता,
बैचेन हो जाते है हम,
आखें हो जाती है नम ।
मुझे पता है तुम हो मुझसे अलग
फिर भी क्यों लगता है तुम बिन सब सूना ।
क्या रिश्ता है तुमसे मेरा ,
कुछ समझ न आए ।
बहुत ढूंढा हमने पर इसका उत्तर
 हमे समझ में न आए 
हो जवाब तुम्हारे पास तो
तुम ही दो बता
क्या लगते हो तुम मेरे।।

©BHARTI TRIPATHI "lovely"
  तुम मेरे क्या हो??

तुम मेरे क्या हो?? #कविता

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