जिंदगी तुम्हें नये रंग में डुबो देती , कलेवर सुर्खियों में निखर आता। क्या करूं मैं रंगरेज नहीं, पैबंद की महारत ही हासिल है मुझे। प्रीति। # पैबंद# yqbaba # yqdidi